Women’s Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

Women’s Reservation Bill : महिला आरक्षण बिल एक ऐसा विधेयक है जो संविधान में संशोधन करके लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण प्रदान करता है। यह बिल भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

22 सितंबर, 2023 : भारत में महिला आरक्षण बिल 2023 [Women’s Reservation Bill] को संसद के दोनों सदनों में पारित कर दिया गया है। अब इस बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून का दर्जा मिल जाएगा।

महिला आरक्षण बिल लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण प्रदान करता है। यह बिल भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह विधेयक राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति की कमी के कारण समाप्त हो चुके महिला आरक्षण विधेयक [2010] सहित 27 वर्षों से चल रही विधायी बहस का संभावित समापन है। यह पहला बिल था जिस पर नए संसद भवन में विचार किया गया। 20 सितंबर 2023 को, लोकसभा ने विधेयक को पक्ष में 454 और विपक्ष में दो वोटों के साथ पारित कर दिया।

21 सितंबर 2023 को राज्यसभा ने विधेयक को सर्वसम्मति से पक्ष में 214 वोटों के साथ पारित कर दिया और विपक्ष में कोई भी वोट नहीं पड़ा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 29 सितंबर 2023 को विधेयक पर हस्ताक्षर किए, और उसी दिन गजट अधिसूचना भी प्रकाशित की गई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि आरक्षण पहले परिसीमन के तुरंत बाद लागू होगा।

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महिला आरक्षण बिल का इतिहास [History Of Women’s Reservation Bill] :

9 दिसंबर 1946 को, भारत की संविधान सभा का उद्घाटन सत्र कॉन्स्टिट्यूशन हॉल में बुलाया गया था, जो वर्तमान में पुराने संसद भवन का सेंट्रल हॉल है। विशेष रूप से, सरोजिनी नायडू पूरी सभा में एकमात्र महिला थीं, जो राष्ट्रपति मंच के सामने उपस्थित लोगों की पहली पंक्ति में बैठी थीं। महिलाओं के लिए कोटा के मामले पर पहले वर्ष 1996, 1997 और 1998 में विचार-विमर्श किया गया था; हालाँकि, लोकसभा के विघटन या राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति के अभाव के कारण इसे आगे बढ़ाया नहीं जा सका।

हाल के दशकों में, विधायी निकायों में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व को लेकर आशंकाएं बढ़ रही हैं, बावजूद इसके कि वे वैश्विक आबादी का आधे से अधिक हिस्सा हैं। यह लोकतांत्रिक कमी तीव्र आर्थिक विकास की प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण बाधा उत्पन्न करती है। नतीजतन, इस मुद्दे को अत्यधिक महत्व देना अनिवार्य हो गया है, जिसका लक्ष्य एक राजनीतिक निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत करना है जो भागीदारीपूर्ण, उत्तरदायी, समावेशी, न्यायसंगत और जवाबदेह है। महिला आरक्षण विधेयक, जिसे 2008 के संविधान 108वें संशोधन विधेयक के रूप में भी जाना जाता है, का कार्यान्वयन समकालीन भारतीय समाज के लिए अत्यावश्यक है।

1996 में इसकी शुरूआत के बाद से इस कानून को मंजूरी मिलने के छह असफल प्रयासों का सामना करना पड़ा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, मुलायम सिंह यादव ने 2010 में सुझाव दिया था, कि महिला आरक्षण विधेयक को लागू नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके संभावित निहितार्थ में पुरुष सांसदों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। अपनी महिला सहकर्मियों के प्रति भेड़िया-सीटी बजाते हुए।

महिला आरक्षण बिल का इतिहास 1990 के दशक में शुरू हुआ। 1993 में, संविधान में 73वें और 74वें संशोधन के तहत पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण प्रदान किया गया। 1996 में, महिला आरक्षण विधेयक को पहली बार एच. डी. देवगौड़ा सरकार ने 81वें संविधान संशोधन विधेयक के रूप में संसद में पेश किया। हालांकि, यह विधेयक पारित नहीं हो सका।

इसके बाद, महिला आरक्षण बिल [Women’s Reservation Bill] को कई बार संसद में पेश किया गया, लेकिन यह हर बार किसी न किसी कारण से पारित नहीं हो पाया। 2023 में, भारतीय जनता पार्टी सरकार ने महिला आरक्षण बिल को फिर से संसद में पेश किया। इस बार, विधेयक को दोनों सदनों में आसानी से पारित कर दिया गया।

महिला आरक्षण बिल की मंजूरी के बाद क्या होगा ? :

महिला आरक्षण बिल [Women’s Reservation Bill] की मंजूरी के बाद, संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% सीटें आरक्षित हो जाएंगी। इन सीटों पर केवल महिला उम्मीदवार ही चुनाव लड़ सकेंगी।

महिला आरक्षण बिल [Women’s Reservation Bill] के लागू होने से भारत में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी में वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे महिलाओं को राजनीति में अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा, और इससे वे देश के विकास में अधिक योगदान दे सकेंगी।

महिला आरक्षण बिल की चुनौतियां :

महिला आरक्षण बिल [Women’s Reservation Bill] की कुछ चुनौतियां भी हैं।

  • आरक्षित सीटों पर महिलाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों की कमी।
  • महिलाओं के लिए राजनीति में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और अनुभव की कमी।
  • राजनीति में महिलाओं के खिलाफ मौजूदा रूढ़ियों और भेदभाव।

महिला आरक्षण बिल को सफल बनाने के लिए सरकार को इन चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे।

महिला आरक्षण बिल पर प्रतिक्रिया :

महिला आरक्षण बिल [Women’s Reservation Bill] को महिलाओं के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण जीत के रूप में देखा जा रहा है। कई महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस बिल का समर्थन किया है।

हालांकि, कुछ लोगों ने इस बिल पर चिंता भी व्यक्त की है। उनका कहना है कि यह बिल आरक्षित सीटों पर महिलाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों की कमी को जन्म दे सकता है।

महिला आरक्षण बिल के लाभ :

महिला आरक्षण बिल [Benifit Of Women’s Reservation Bill] के कई लाभ हैं। यह बिल भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देगा। इससे महिलाओं को राजनीति में अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा, और इससे वे देश के विकास में अधिक योगदान दे सकेंगी।

  • महिलाओं के अधिकारों और हितों की रक्षा में सुधार।
  • महिलाओं के लिए अधिक अवसरों का सृजन।
  • समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।

महिला आरक्षण बिल की चुनौतियां :

महिला आरक्षण बिल की भी कुछ चुनौतियां हैं।

  • आरक्षित सीटों पर महिलाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों की कमी।
  • महिलाओं के लिए राजनीति में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और अनुभव की कमी।
  • राजनीति में महिलाओं के खिलाफ मौजूदा रूढ़ियों और भेदभाव।

महिला आरक्षण बिल भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इस बिल को सफल बनाने के लिए सरकार को इन चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे।

महिला आरक्षण बिल से भारत में महिलाओं की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। इससे महिलाओं को राजनीति में अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा, और इससे वे देश के विकास में अधिक योगदान दे सकेंगी। हालांकि, इस बिल को सफल बनाने के लिए सरकार को इन चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे।

निष्कर्ष :

हम उम्मीद करते हैं, कि आज हमने आपको Women’s Reservation Bill के बारे में जो जानकारी दी है, वह जानकारी आपको बेहद पसंद आयेगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे आपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करें, और हमें कॉमेंट करें, कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी।

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